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Wednesday 18 January 2012

तुमको ना भूल पाएंगे


मुजफ्फरनगर में 53 वर्षों से मुस्लिम समाज को दीनी तालिम देने  वाले 93 वर्षीय मौहतमीम मौलाना मौहम्मद हनीफ मंगलवार की रात इस दुनिया को अलविदा कह गए। हजारों लोगों की भीड के बीच उनके पार्थिव शरीर को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
दरअसल मुजफ्फरनगर के बागोवाली गांव में स्थित खामिद- उल-उलूूम में सन 1955 से बतोर मोहतमीम मौलाना मौहम्मद हनीफ मुस्लिम बच्चों को दीनी तालिम से नवाज रहे थे। 1919 में सहारनपुर के मलकपुर में जन्मे मौलाना हनीफ ने प्रथम तालिम रिडी से लेने के बाद मजाहिर-उल-उलूम से सन 1947 में फाजिल की डिग्री हासिल की और फिर बतौर टीचर के रूप में बच्चों को तालिम दी! उसके बाद वहां से बागोवाली में ही आए और अब तक वहीं पर कौम की खिदमत करते रहे। हनीफ 93 वर्ष पार कर चुके मौलाना पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे, जिन्होंने नगर के एक निजी चिकित्सालय में आखिरी सांस ली। बुधवार को 30 हजार लोगों की मौजूदगी में उनके पार्थिव शरीर को सुपर्द-ए-खाक किया गया।

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