Ad Maya

Sunday 5 February 2012

आओ जाने क्या है वेलेन्टाइन डे का इतहास

आओ जाने क्या है   (वेलेन्टाइन डे)  का इतहास, क्यों मानते है (वेलेन्टाइन डे)  क्या हिंद्यो को मानना चाहय   (वेलेन्टाइन डे)  ...

 युवा सेवा संघ राजौरी में मातृ-पितृ पूजन दिवस की तेयारिया शुरु.. पूज्य संत श्री आशारामजी बापू का परम हितकारी संदेश है  :------
युवा एवं बाल वर्ग के विशेष उत्थान को ध्यान में रखकर पूज्य बापूजी ने 14 फरवरी को 'मातृ-पितृ पूजन पर्व' मनाने की नींव डाली है। इस मंगल पर्व का लाभ सम्पूर्ण समाज को मिल सके, इस हेतु युवा संघ के सदस्य कुछ दिन पूर्व से ही इसका खूब प्रचार-प्रसार एवं तैयारी करते हैं। इस पर्व में बेटे-बेटियाँ अपने माता-पिता का पूजन करके उनका आशीर्वाद ग्रहण करते हैं।
इस पर्व का आयोजन विशेषरूप से सामाजिक स्थानों व स्कूलों-कॉलेजों में किया जाता है। राजौरी युवा सेवा संघ ने इस और अपना कार्य शुरु कर दीया है और 14 फ़रवरी को नहीं बल की 12 फरवरी को मनाया जाएगा राजौरी आश्रम में यह कार्यक्रम इस बात की पुष्टि युवा सेवा संग के प्रदान अमित शर्मा ने की .. शर्मा ने कहा की पूजे बापू जी कहते है की प्रेमदिवस जरूर मनायें लेकिन प्रेमदिवस में संयम और सच्चा विकास लाना चाहिए । युवक-युवती मिलेंगे तो विनाश-दिवस बनेगा । इस दिन बच्चे-बच्चियाँ माता-पिता का आदर-पूजन करें और उनके सिर पर पुष्प रखें, प्रणाम करें तथा माता-पिता अपनी संतानों को प्रेम करें । संतानें अपने माता-पिता के गले लगें । इससे वास्तविक प्रेम का विकास होगा । बेटे-बेटियाँ माता-पिता में ईश्वरीय अंश देखें और माता-पिता बच्चों में ईश्वरीय अंश देखें । तुम भारत के लाल और भारत की लालियाँ (बेटियाँ) हो । प्रेमदिवस मनाओ, अपने माता-पिता का सम्मान करो और
माता-पिता बच्चों को स्नेह करें ।
अमित शर्मा ने कहा<

No comments:

Post a Comment